कौन कहता है ? यहां पत्थर भी पूजे जाते है,
संजीव खुदशाह
कौन कहता है ? कि हम विश्व शांति के प्रतिक है,
यदि ऐसा है, तो हममे इतनी अशांति क्यू है ?
यदि ऐसा है, तो हममे इतनी अशांति क्यू है ?
कौन कहता है ? कि यहां लोक तंत्र है,
यदि ऐसा है, तो लोक शाहो का आचरण भ्रष्ट क्यूं है ?
कौन कहता है ? यहां संविधान का आदर होता है,
यदि ऐसा है, तो अपराधी कुर्सी पर क्यूं हैं ?
यदि ऐसा है, तो अपराधी कुर्सी पर क्यूं हैं ?
कौन कहता है ? कि यहां सर्वधर्म सम भाव है ,
यदि ऐसा है, तो धर्मान्तरण पर आपत्ति क्यूं है ?
यदि ऐसा है, तो धर्मान्तरण पर आपत्ति क्यूं है ?
कौन कहता है ? कि यहां भी लोग शिक्षित है ,
यदि ऐसा है, तो जिसकी लाठी भैस उसी की क्यूं है ?
कौन कहता है ? कि देश जहां को रास्ता दिखायेगा,
यदि ऐसा है, तो ये अपने रास्ते से भटका क्यू है ?
यदि ऐसा है, तो जिसकी लाठी भैस उसी की क्यूं है ?
कौन कहता है ? कि देश जहां को रास्ता दिखायेगा,
यदि ऐसा है, तो ये अपने रास्ते से भटका क्यू है ?
कौन कहता है ? कि यहां ज्ञानी पुरूष रहते है ,
यदि ऐसा है, तो मूखों का शासन क्यू है ?
यदि ऐसा है, तो मूखों का शासन क्यू है ?
कौन कहता है ? यह महात्माओं का देश है ,
यदि ऐसा है, तो आपस में जातिय घृणा क्यूं है ?
यदि ऐसा है, तो आपस में जातिय घृणा क्यूं है ?
तहसील बटा हम खुश हुए, जिला बटा हम खुश हुए,
प्रदेश बटा हम खुश हुए, देश बटने में हमें दुख क्यूं है ?
प्रदेश बटा हम खुश हुए, देश बटने में हमें दुख क्यूं है ?
कौन कहता है ? कि मंदिर बनाने का सपना देती है देवी मां,
यदि ऐसा है, तो किसी बेबस की आबरू लुटने की खबर लेती क्यू नही है ?
यदि ऐसा है, तो किसी बेबस की आबरू लुटने की खबर लेती क्यू नही है ?
कौन कहता है ? कि हस्ती मिटती नही हमारी ,
यदि ऐसा है, तो ये हस्ती इतनी बेआबरू क्यूं है ?
यदि ऐसा है, तो ये हस्ती इतनी बेआबरू क्यूं है ?
कौन कहता है ? कि शौर्य से भरा इतिहास है हमारा ,
यदि ऐसा है, तो बार बार लुटवाने का इतिहास क्यूं है ?
यदि ऐसा है, तो बार बार लुटवाने का इतिहास क्यूं है ?
हम जानते है कि क्या, है औकात हमारी,
फिर हम इतना खुदी पे फिदा क्यूं है ?
फिर हम इतना खुदी पे फिदा क्यूं है ?
कौन कहता है ? यहां पत्थर भी पूजे जाते है,
यदि ऐसा है, तो यहां, इन्सान अछूत क्यूं है
यदि ऐसा है, तो यहां, इन्सान अछूत क्यूं है